शौरीपुर का इतिहास-तीर्थंकर नेमिनाथ जन्मभूमि शौरीपुर बटेश्वर का श्री नेमिनाथ जैन मंदिर जैनधर्म का एक पवित्र सिद्धपीठ तीर्थ है। यह जैनधर्म के 22वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ की जन्म स्थली है। शौरीपुर बटेश्वर में माता शिवादेवी और पिता समुद्रविजय से श्रावण शुक्ला षष्ठी में भगवान श्री नेमिनाथ जी उत्पन्न हुए थे। शौरीपुर बटेश्वर धाम से 04 किमी की दूरी पर यमुना किनारे बीहड़ में स्थित है। बटेश्वर धाम हिन्दू धर्म का प्रसिद्ध शिव तीर्थ होने के साथ ही अतिशय क्षेत्र भी है। बटेश्वर धाम में भगवान शिव के 108 मंदिर है। लेकिन अपने इस लेख में हम जैनतीर्थ शौरीपुर के बारे में ही बात करेंगे। शौरीपुर में भगवान श्री नेमिनाथ का दिगंबर जैन मंदिर है। जैन समुदाय में इस स्थान का बहुत बड़ा महत्व है। बडी संख्या में यहां जैन श्रृद्धालु वर्ष भर यहाँ आते रहते है। श्री दिगंबर जैन मंदिर शौरिपुर शौरीपुर जैन तीर्थ का महत्व राजा समुद्रविजय की रानी शिवादेवी के गर्भ से श्रावण सुदी 06 को इस शौरीपुर बटेश्वर की इस पवित्र धरा पर भगवान श्री नेमिनाथ जिनेन्द्र 22वें तीर्थंकर का जन्म हुआ था। उनके जन्म के समय इंद्र ने रत्नों की वर्षा की